विश्व भूषण/भारत रत्न/ संविधान निर्माता/ युगपुरुष/वंचितों के महानायक/ बोधिसत्व/ बाबा साहब डॉ० भीमराव अंबेडकर के 64वें परिनिर्माण दिवस के उपलक्षय में जनपद सुल्तानपुर के समस्त धम्म अनुयायियों /बुद्धिजीवी साथियों/ मजदूरों /किसानों/ सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं नौजवान छात्र/ छात्राओं ने सुसज्जित वाहन के साथ शांतिपूर्ण पंचशील धम्मयात्रा निकाल कर एक बड़ा संदेश दिया। जनपद के कोने कोने से आए हुए सभी सम्मानित साथियों ने बाबा साहब डॉ०भीमराव अंबेडकर को उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि करते हुए सभी लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित किया ।
सभी लोगों ने बाबा साहब के बताए हुए मार्ग पर चलने के लिए बुद्धं शरणं गच्छामि!धम्मं शरणं गच्छामि!!एवं संघं शरणं गच्छामि!!!/पंचशील सिद्धांतों के साथ धम्म संन्देश को दोहराते हुए कार्यक्रम की शुरुआत रेलवे स्टेशन सुल्तानपुर से प्रारंभ करते हुए यात्रा को लखनऊ नाका होते हुए पंच रास्ता तथा दरियापुर बुद्ध विहार पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए पुनः दरियापुर चौराहा से आगे खैराबाद बुद्ध विहार पर सभी लोगों ने पुष्प अर्पित किया। इस मौके पर डॉ०राजकरन ने अपने सम्बोधन मे कहा कि आज सम्पूर्ण देश बाबा साहब के असीम योगदानों को याद कर श्रद्धांजलि व कृतज्ञता पेश कर रहा है। यह देश उनका ऋणी है। जिन्होंने भारत को एक अच्छा संविधान दिया।
धूमधाम से डा0 अंबेडकर का 64वां परिनिर्वाण दिवस मनाया गया